मिथिला पालकर को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनका कप सॉंग वायरल कैसे हो गया

मिथिला पालकर, जिन्हें हम जल्द ही आगामी हिंदी फिल्म कारवां में देखेंगे, गर्मियों की एक दोपहरी में अचानक से वीडियो बनाने के अपने फैसले पर बात कर रही हैं और कैसे उनके एक मेंटर ने उन्हें सलाह दी कि वो इसके लिए और बेहतर कपड़े पहन सकती थीं
मिथिला पालकर को अब भी यकीन नहीं हो रहा कि उनका कप सॉंग वायरल कैसे हो गया

अभिनेत्री मिथिला पालकर, जो आगामी हिंदी फिल्म कारवां में दुल्क़र सलमान और इरफान खान के साथ देखी जाएंगी, दर्शकों की नज़र में पहली बार तब आयी जब उन्होंने पिच परफेक्ट  नाम की फिल्म से एना केंड्रिक के कप सॉंग को अपने अंदाज़ में पेश किया और वो वायरल हो गया। वो वीडियो,  जिसको उन्होंने मराठी गाने हाय चाल तुरु तुरु की तर्ज़ पर गाया था, उसको अब तक 38 लाख से ज़्यादा बार देखा जा चुका है।

पालकर तब से  इंडियन डिजिटल कंटेंट में सबसे ज़्यादा पहचाने जाने वाले चेहरों में से एक बन गयी हैं, जो फिल्मों, विज्ञापनों और वेब सीरीज़ में काम कर रही हैं। हालांकि, वह अब भी यही कहती हैं कि वह अभी भी नहीं जानती कि असलियत में ऐसा क्या था जिसने उन्हें इंटरनेट सनसनी बना दिया।

जब हमने उनसे पूछा कि क्या वो इंटरनेट के तौर तरीकों को समझ गयी हैं, तो उनका कहना था कि, "सच कहूं तो अब तक नहीं। मुझे नहीं पता कि कोई नियम है या नहीं। मैंने जो किया वह सचमुच बहुत अचानक से था। ऐसा कोई प्लान नहीं था कि 'मैं इन कपों के साथ खेलूंगी, फिर मैं इस विडियो को सोशल मीडिया पर डालूंगी और फिर ये वायरल होने वाली है।' मुझे अब तक कोई फ़ॉर्मूला नहीं पता है। मैं सिर्फ खुशनसीब हूँ कि उस गाने के बाद मुझे इतने लोगों तक पहुँचने का मौक़ा मिला और ये सब उस गाने की वजह से हुआ।" बहुत से लोग कहते हैं कि किसी चीज़ को देखकर ये विश्वास होना और सोचना कि 'अरे मैं भी यह कर सकती हूँ', इसकी वजह से ऐसा हुआ। मुझे लगता है कि बस इतना ही है, लेकिन मुझे नहीं पता अगर ए+बी=सी का कोई फ़ॉर्मूला है भी या नहीं।

पालकर कहती हैं कि गायन के लिये उनके प्यार और ये तथ्य कि वह गर्मियों की एक दोपहर में खाली थीं, इस वजह से उन्हें वीडियो बनाने का मौका मिला। वह इस बात पर भी ध्यान देने के लिए कहती हैं कि वीडियो का प्रोडक्शन कितने छोटे स्तर पर किया गया था। "आप आस-पास हो रहे शोर को सुन सकते हैं। सबसे पहली बात, इसे एक मोबाइल फोन कैमरा पर शूट किया गया है। दूसरे, अगर आप इसे गौर से सुनते हैं, तो आपको पता चलेगा कि पीछे एक साइकिल की आवाज़ आ रही है। तब मेरे एक मेंटर ने मुझसे कहा, 'कम से कम तुम्हें ढंग के कपड़े पहनना चाहिए थे। कम से कम तुम्हें शांत सा ठीकठाक सा बैकग्राउंड लेना चाहिए था।' लेकिन उन सबका कोई रोल नहीं था! ईमानदारी से, मैंने सोचा नहीं था कि ये मुझे इतने सारे लोगों के बीच लोकप्रिय कर देगा या भारत के बाहर भी देखा जाएगा।

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