ज़ीरो ट्रेलर टॉक: प्रेम-त्रिकोण में फंसे बौने शाहरुख ख़ान के ताली-पीटू मुँहफ़ट संवाद, नायिका अनुष्का शर्मा का व्हीलचेयर बाउंड साइंटिस्ट अवतार आैर ग्रे शेड्स लिए कैटरीना कैफ़

हिमाँशु शर्मा की लिखी आैर आनंद एल राय निर्देशित ज़ीरो क्रिसमस के पहले 21 दिसंबर को रिलीज़ होनेवाली है
ज़ीरो ट्रेलर टॉक: प्रेम-त्रिकोण में फंसे बौने शाहरुख ख़ान के ताली-पीटू मुँहफ़ट संवाद, नायिका अनुष्का शर्मा का व्हीलचेयर बाउंड साइंटिस्ट अवतार आैर ग्रे शेड्स लिए कैटरीना कैफ़

"ये उड़ता तीर है ठाकुर साब।"

"लेना है हमें!"

शाहरुख ख़ान की महत्वाकांक्षी क्रिसमस रिलीज़ ज़ीरो का ट्रेलर आ चुका है, आैर मेरठ से न्यू यॉर्क तक पसरे इस नायाब प्रेम-त्रिकोण के ताली-पीटू, सीटी-बजाऊ संवाद फौरन आकर्षित कर रहे हैं। ये होना भी था, आखिर ये तनु वेड्स मनु, राँझणा आैर तनु वेड्स मनु रिटर्न्स वाली लेखक-निर्देशक जोड़ी हिमाँशु शर्मा आैर आनंद एल राय की फ़िल्म जो है। हालाँकि इस कहानी के किरदार बहुत चुनौतीपूर्ण हैं, फिर भी ट्रेलर का माहौल देखकर लगता है कि निर्देशक आनंद एल राय आैर किंग ख़ान दोनों यहाँ काफ़ी हद तक अपने जाने-पहचाने मैदान में ही खेल रहे हैं। यह बात उम्मीद भी जगाती है, लेकिन साथ थोड़ा निराश भी करती है।

शाहरुख यहाँ लम्बाई में तीन फ़ीट के बौने नायक बऊआ सिंह की भूमिका में हैं, जो मेरठ का 38 साला कुँवारा नौजवान है। याने हालिया हिट 'बधाई हो' के बाद एकबार फिर मेरठ-दिल्ली शहरों की जोड़ी परदे पर आनेवाली है। ट्रेलर में कहानी दिल्ली के मैरिज ब्यूरो में खुलती है, जहाँ मेरठिया बउआ सिंह हाथ में नायिका अनुष्का शर्मा की तस्वीर लेकर पहुँचे हैं। पर फोटो देखकर ही लड़की जो दिल दे बैठे बऊआ को झटका तब लगता है, जब पता चलता है कि आफ़िया युसूफ़ज़ई भिंडर (अनुष्का शर्मा) तो व्हीलचेयर पर चलनेवाली विक्लांग है। हाथ में कबूतरों का जोड़ा लेकर लड़की से मिलने पहुँचे बऊआ का संवाद है, "आेये होये, फ़ोटू में तो व्हीलचेयर दिखी ही नहीं!"

खैर, पहले तक़रार, फिर प्यार के साथ ये कहानी आगे बढ़ती है। बऊआ का कहना है, "एक वही तो थी जिसकी आँखों में आँखें डालकर मैं बात बोल सकता था।" लेकिन कहानी का ट्विस्ट यहाँ कटरीना कैफ़ हैं। कुछ नकारात्मक शेड्स लिये एक चर्चित हीरोइन की भूमिका में नज़र आईं कटरीना कैफ़ कहानी को किसी आैर ही मोड़ पर ले जाती हैं। ट्रेलर के आख़िर का ट्विस्ट फिर चौंकाने वाला है।

बौने की भूमिका में होते हुए भी यहाँ शाहरुख अपने पूरे रँग में हैं। ज़रा भी सहानुभूति का छौंका नहीं। टिपिकल अंदाज़ में अपनी कितनी ही पुरानी फ़िल्मों की याद दिलाते। यहाँ न्यूयॉर्क की सड़कों पर भागता नायक है (कल हो ना हो), नायिका को टूटता तारा दिखाता नायक है (कभी हाँ कभी ना) आैर सितारा नायिका को पाने का सपना देखता नायक है (आेम शांति आेम)। इसके अलावा ट्रेलर में दुल्हन के जोड़े में नायिकाएं भी दिखायी देती हैं, जो इस भड़कीले प्रेम त्रिकोण के पीछे के भावनात्मक शेड्स की आेर इशारा है।

निर्देशक आनंद एल राय की पिछली फ़िल्मों की तरह कुछ दमदार सपोर्टिंग कास्ट यहाँ भी दिखायी देती है। पिता की भूमिका में तिग्मांशु धूलिया आैर मुँहफ़ट बेटे शाहरुख की तक़रार कितनी मज़ेदार होनेवाली है, ये ट्रेलर के एक ही दमदार सीन से साफ़ है। नायक की माँ की भूमिका में उम्दा अभिनेत्री शीबा चढ्ढा हैं। इसके अलावा आनंद एल राय के फेवरिट मौहम्मद ज़ीशान अयूब आैर ब्रजेन्द्र काला तो साथ हैं ही।

फ़िल्म में सैराट फ़ेम अजय-अतुल का संगीत है आैर फ़िल्म की निर्माता कंपनी 'कलर येलो प्रोडक्शंस' आैर 'रेड चिलीज़ एंटरटेंमेंट' हैं। ज़ीरो की रिलीज़ डेट 21 दिसम्बर है।

Adapted from English by Mihir Pandya

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